•15.02.2015 Sunday
• Ash Wednesday (18022015 )
•1 स्तोमिहि ( मेरे लिए हो ) - महिला दिवस Ps.31:3- क्योंकि तू मेरे लिये चट्टान और मेरा गढ़ है; इसलिये अपने नाम के निमित्त मेरी अगुवाई कर, और मुझे आगे ले चल।
•22.02.2015 Sunday
• 26.02.2015 . Thursday.
• 2 इन्वोकावित - Invocabit ( उसने मुझे पुकारा ) ---
Ps. 91:15 - जब वह मुझ को पुकारे, तब मैं उसकी सुनूंगा; संकट में मैं उसके संग रहूंगा, मैं उसको बचा कर उसकी महिमा बढ़ाऊंगा।
•01.03.2015 Sunday
• 05.03.2015 . Thursday.
•3 रोमिनेसजेरे - Reminiscere (स्मरण कर )
Ps.26:6 -- मैं अपने हाथों को निर्दोषता के जल से धोऊंगा, तब हे यहोवा मैं तेरी वेदी की प्रदक्षिणा करूंगा।
•08.03.2015 Sunday
•12.03.2015 . Thursday.
•4 ओकोली - Oculi ( मेरी आँखें ) --
Ps. 25 : 15 - मेरी आंखे सदैव यहोवा पर टकटकी लगाए रहती हैं, क्योंकि वही मेरे पांवों को जाल में से छुड़ाएगा॥
•15.03.2015 Sunday
•19.03.2015 . Thursday.
•5 लेतारे - Laetare ( आनन्द कर ) ---
Ps.54 :1- हे परमेश्वर अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर, और अपने पराक्रम से मेरा न्याय कर।
•22.03.2015 Sunday
•26.03.2015 . Thursday.
•6 युदिका -Judica ( न्याय कर ) ---
Ps.43 :1- हे परमेश्वर, मेरा न्याय चुका और विधर्मी जाति से मेरा मुकद्दमा लड़; मुझ को छली और कुटिल पुरूष से बचा।
•29.03.2015 Sunday
•02.04.2015 . Thursday.
•7 पालमारुम - Palm ( खजूर की डालियाँ ) ---
Rev.7 : 9 - इस के बाद मैं ने दृष्टि की, और देखो, हर एक जाति, और कुल, और लोग और भाषा में से एक ऐसी बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था श्वेत वस्त्र पहिने, और अपने हाथों में खजूर की डालियां लिये हुए सिंहासन के साम्हने और मेम्ने के साम्हने खड़ी है।
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